श्री हनुमान बाहुक पाठ PDF

शरीर के असहनीय कष्टों से हताश होकर और उसकी निवृत्ति के लिये गोस्वामी तुलसीदास जी ने हनुमान जी की वन्दना ...
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Shri Pretraj Chalisa | श्री प्रेतराज चालीसा

॥ दोहा ॥ गणपति की कर वंदना, गुरू चरनन चितलाय । प्रेतराज जी का लिखूं, चालीसा हरषाय ॥ जय जय ...
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Shri Jaharveer Ji Ki Aarti | श्री जाहरवीर जी की आरती

जय जय जाहरवीर हरे जय जय गूगा वीर हरे धरती पर आ करके भक्तों के दुख दूर करे ।। जय ...
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श्री जाहरवीर चालीसा | Shri Jaharveer Chalisa

॥ दोहा ॥ सुवन केहरी जेवर सुत महाबली रनधीर । बन्दौं सुत रानी बाछला विपत निवारण वीर ॥ जय जय ...
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गुरु गोरखनाथ जी की आरती | Guru Gorakhnath Ki Aarti

गुरु गोरखनाथ की आरती एक शक्तिशाली प्रार्थना है जो भक्तों को आध्यात्मिक और शारीरिक दोनों तरह से लाभ प्रदान कर ...
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श्री गोरखनाथ चालीसा | Shri Gorakhnath Chalisa

॥ दोहा ॥ गणपति गिरजा पुत्र को सुमित बारम्बार ।हाथ जोड़ विनती करूँ शारद नाम आधार ॥ ॥ चौपाई ॥ ...
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श्री रविदास जी की आरती | Ravidas Ji Ki Aarti PDF

नामु तेरो आरती भजनु मुरारे, हरि के नाम बिनु झूठे सगल पसारे। नाम तेरा आसनो नाम तेरा उरसा, नाम तेरा ...
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श्री रविदास चालीसा | Shri Ravidas Chalisa

॥ दोहा ॥ बन्दौं वीणा पाणि को, देह आय मोहिं ज्ञान । पाय बुद्धि रविदास को, करौं चरित्र बखान ॥ ...
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विश्वकर्मा जी की आरती लिखित में | Vishwakarma Ji Ki Aarti

प्रभु श्री विश्वकर्मा घर आयो प्रभु विश्वकर्मा | सुदामा की विनय सुनी, और कंचन महल बनाये। सकल पदारथ देकर प्रभु ...
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श्री विश्वकर्मा चालीसा | Shri Vishwakarma Chalisa

॥ दोहा ॥ विनय करौं कर जोड़कर मन वचन कर्म संभारि । मोर मनोरथ पूर्ण कर विश्वकर्मा दुष्टारि ॥ ॥ ...
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